Rana Ayyub ये नाम विवादास्पद मुद्दों पर अपनी राय रखने की वजह से हमेशा सुर्ख़ियों में बना रहता है, लेकिन इस बार मामला ज्यादा गंभीर है. उसका कारण है एक घोटाला, एक धोखाधड़ी, एक ठगी और ये ऐसी ठगी है कि जिन लोगों को ठगा गया है उनको शायद पता भी नहीं.
इस घोटाले की कुल धन राशि है सिर्फ एक करोड़ सतहत्तर लाख रुपए. मैने यहां पर सिर्फ शब्द इसलिए इस्तेमाल किया है, क्यों कि भारत में अभी तक जो घोटाले हुए है उनके मुकाबले ये राशि कुछ भी नही.
इस घोटाले की कुल रकम भले ही दूसरे घोटालों के मुकाबले कम लग रही हो लेकिन ये घोटाला है बहुत ख़ास.
2. कौन हैं राणा अय्यूब (Who is Rana Ayyub) ?
राना अय्यूब एक पत्रकार हैं,
आपने तहलका का नाम तो जरूर सूना होगा ये उसी पत्रिका में काम करती थी.
ये उस समय पहली बार सुर्ख़ियों में आई थी, जब गुजरात हिंसा मामले में इन्होने मैथिली त्यागी बनकर कुछ नौकरशाहों और पुलिस अफसरों की बातें रिकॉर्ड कर ली थी. बाद में राणा अय्यूब ने इस पर गुजरात फाइल्स नाम की एक किताब भी लिखी.
तहलका के सम्पादक तरुण तेजपाल जब यौन शोषण के आरोप में जेल गए तो राना अय्यूब ने तहलका से विदा ले ली और स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करने लगीं और अब वाशिंगटन पोस्ट टाइम मैगजीन और न्यू योर्क टाइम्स जैसे बड़े पत्र पत्रिकाओं के लिए लिखती हैं और फिलहाल संकट में हैं.