पति की हत्या के 14वें दिन महिला सिपाही ने छोड़ दी दुनिया

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इस तस्वीर में दिख रहे मनीष और रिंकी राजपूत पति पत्नी हैं और छ महीने के एक मासूम बेटे के माता पिता भी. आज से दो हफ्ते पहले तक इनकी जिंदगी बिलकुल सामान्य थी और  हँसी ख़ुशी से गुज़र रही थी मनीष वकालत की पढाई कर रहा था और रिंकी उरई शहर के अभियोजन कार्यालय में सिपाही के पद पर तैनात थी  मगर अफ़सोस कि ये दोनों अब इस दुनिया में नही हैं.

हमें आज तक ये नहीं मालूम चला कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है रिया, नेपोटीज्म, सरकार में बैठे कुछ लोग या फिर नशा लेकिन सुशांत सिंह राजपूत से जुडी हर छोटी से छोटी खबर आज भी बहुत बड़ी है  उनकी मौत के 3 महीने के बाद भी

क्योंकि बड़ी खबर वही बनती है जिसकी TRP का आंकड़ा बड़ा हो

खैर हम बात कर रहे थे असल में बड़ी खबर की और वो ये है कि रिंकी राजपूत ने दो दिन पहले खुद अपना जीवन समाप्त कर लिया और उनकी मौत का कारण नशा नहीं है

नेपोटीज्म यानी भाई भतीजावाद भी नहीं है

रिंकी राजपूत ने दुनिया को इस वजह से अलविदा कह दिया क्योंकि दो हफ्ते पहले उनके पति मनीष की उन्ही की आँखों के सामने हत्या कर दी गयी थी और मनीष की जान लेने वाले लोग कोई और नहीं वल्कि रिंकी के अपने परिवार के ही लोग थे

मनीष और रिंकी राजपूत की शादी भले ही दो साल पहले हुई थी लेकिन उनका रिश्ता बहुत पुराना था दोनों फतेहपुर के एक ही गाँव गौसपुर के रहने वाले थे

रिंकी और मनीष दोनों एक दुसरे के पडोसी थे। दोनों एक ही विरादरी के थे  गांव में बचपन से एक साथ प्राइमरी स्कूल गए थे और फिर एक ही स्कूल से दोनों ने हाईस्कूल और इंटर की पढाई भी की थी  

रिंकी राजपूत के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो मनीष उसकी पढ़ाई लिखाई का खर्च भी उठाता था  रिंकी नौकरी करना चाहती तो उसे  सिपाही बनाने के लिए भी मनीष ने मदद की।

साल २०१८ में रिंकी की मेहनत रंग लाई और उसे सिपाही की नौकरी मिल गयी जब रिंकी सिपाही बन गई और उसकी पहली पोस्टिंग जालौन के रामपुरा में हुई तो

उसने अपने परिवार के सामने मनीष के साथ शादी करने की इच्छा जताई लेकिन रिंकी के माता पिता इस शादी के लिए राजी नहीं हुए उनकी मर्जी के खिलाफ आठ फरवरी 2019 को रिंकी और मनीष ने उरई के मंदिर में शादी कर ली. शादी में मनीष का परिवार तो उपस्थित था रिंकी के परिजन इस शादी में शामिल नहीं हुए

रिंकी और मनीष अब पति पत्नी थे उन्होंने बड़े अरमानों से नई दुनिया बसाई थी शादी के एक साल बाद दोनों एक प्यारे से बेटे शिवाय के माता पिता भी बने

बेटा अभी छ महीने का ही हुआ था कि 27 अगस्त गुरूवार की देर शाम रिंकी  के पिता प्रेम सिंह, मामा देशराज और भाई अंकित अचानक इनके घर आ गए

सभी लोग घर में बैठकर मनीष से बात कर रहे थे रिंकी सभी के लिए खाना  रही थी कि तभी अचानक उसके भाई अंकित ने रिंकी को पकड़ लिया और उसके पिता व मामा ने पति मनीष पर कुल्हाड़ी और चापड़ से ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिया।

रिंकी ने पति को बचाने के लिए भरसक कोशिश की  लेकिन तीनों के सिर पर खून सवार था

ये लोग रिंकी की आँखों के सामने उसके पति पर तब तक वार करते रहे जब तक कि उसकी मौत नहीं हो गई.

बाद में पुलिस आई केस भी बना और तीनो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया

लेकिन रिंकी ने जो खोया था उसकी भरपाई संभव नहीं थी

परिणाम ये निकला कि मानसिक तनाव के चलते रिंकी ने पति मनीष की हत्या के 14 दिन बाद 10 सितम्बर को इस दुनिया से अलविदा कह दिया

हुआ ये था कि रिंकी अपने पति की मौत के बाद उरई से अपने गाँव गौसपुर आकर ससुराल में रह रही थी

लेकिन यहाँ गाँव के लोगों ने उसे चैन से जीने नहीं दिया और उसे ही पति मनीष राजपूत की मौत का जिम्मेदार ठहराया गया

रिंकी कुछ दिनों तक इन तानो को सहती रही लेकिन जब ये सिलसिला नहीं रुका तो फिर 5 सितम्बर को फतेहपुर के ग्राम लोटहा में मनीष के मामा के यहां आ गई

रिंकी उदास थी मामा ससुर रामविशाल राजपूत और उनके परिवार वाले उसे समझाने का प्रयास कर रहे थे  

इसी बीच गुरुवार के दिन वह खाना खाकर सो गई बाद में जब इन लोगों ने आकर देखा तो  रिंकी का शव उसी के दुपट्टे के सहारे फंदे से लटक रहा था

पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा तो उन्हें दरवाजे पर ही फंसा हुआ दो पेज का एक सूसाइड नोट मिला.

जिसमे पति मनीष के लिए उसने लिखा है कि बाबू उसे बुला रहा है। रिंकी ने बेटे शिवाय की परवरिश की जिम्मेदारी देवर मंदीप को सौंपते हुए हत्यारो को मौत की सजा दिलाने की बात कही उसने लिखा है कि हत्यारे पिता, भाई व मामा अगर जेल से छूटकर बाहर आ भी जाएं तो भी उन्हें बख्शा न जाए। हर हाल में उन्हें मौत मिले।

परिवार वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी करना ही रिंकी और मनीष की बर्बादी का कारण बन गया।

गाँव के लोग रिंकी के पिता और भाइयों को इस शादी को लेकर ताना मारते थे धीरे-धीरे परिवार के लोगों में गुस्सा बढ़ता चला गया और इसी गुस्से ने एक जघन्य अपराध को अंजाम दे दिया

जिसमे दो लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी और 6 महीने का मासूम शिवाय अनाथ हो गया  

ये खबर आपको किसी बड़े न्यूज़ चैनल पर देखने को नहीं मिलेगी लेकिन हमें लगा कि ये बड़ी खबर है और आपको इसके बारे में पता होना चाहिए आप भी अगर ऐसा सोचते हैं तो इसे शेयर ज़रूर करें 

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