Love Jihad | अमित बनकर, शमशाद ने की शादी, लाशें घर में ही गाड़कर हुआ फरार | Meerut | The Chanakya |

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उत्तर प्रदेश के मेरठ में प्रिया के साथ हुए Love Jihad फरेब की ये कहानी आपको अन्दर तक हिला कर रख देगी. प्रिया को पता नहीं था कि फेसबुक पर अमित गुर्जर से हुई दोस्ती उसकी जिन्दगी को नरक बना देगी. वो ये भी नहीं जानती थी कि अमित की असलियत जब सामने आएगी तो उसको और बेटी कशिश को अपनी जान गंवानी पड़ेगी.  

गाजियाबाद के लोनी की रहने वाली प्रिया की शादी मोदीनगर के राजीव से हुई थी शादी के बाद प्रिया को एक बेटी हुई जिसका नाम इन्होने कशिश रखा लेकिन ये शादी ज्यादा चल नहीं सकी और दो साल बाद ही राजीव से प्रिया का तलाक हो गया.

अपनी दोस्त चंचल और बेटी कशिश के साथ प्रिया

पति से अलग होने के बाद प्रिया अपने मायके लोनी आ गयी लेकिन शादी के बाद लड़की अगर मायके आकर रहने लग जाए तो ये बात न माँ बाप को अच्छी लगती है न रिश्तेदारों को हजम होती है प्रिया  के साथ भी यही हुआ नतीजा ये निकला कि परिवार में कलह होने लगी और उसे अपने माता पिता का घर छोड़ना पड़ा.

जब मायके वालों ने प्रिया से नाता तोड़ लिया तो इस बुरे वक़्त में उसका साथ दिया उसकी एक दोस्त चंचल ने. उसने प्रिया को उसने अपने घर में रखा । प्रिया मोदीनगर में चंचल के घर पर रहकर ही ब्यूटी पार्लर चलाने लगीं.

प्रिया की जिन्दगी धीरे धीरे फिर से पटरी पर लौटने लगी थी वो अपनी बेटी की परवरिश अच्छे से कर रही थी कुछ साल बीते और फिर एक दिन प्रिया के फेसबुक पर अमित गुर्जर के नाम से एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई.

इसके बाद फेसबुक पर ही प्रिया की अमित गुर्जर से दोस्ती हो गई. मेरठ के परतापुर का रहने वाला अमित लोनी आकर प्रिया से मिला उसने प्रिया को बताया  कि वह किताबों पर बाइंडिंग का काम करता है. कुछ समय और बीता तो दोनों ने शादी का फैसला किया और अमित के कहने पर प्रिया अपनी बेटी को लेकर मेरठ आ गयी.

यहाँ उसने कांशीराम कालोनी में एक मकान खरीद लिया और दोनों एक साथ रहने लगे.

इसके बाद एक दिन प्रिया को पता चलता है कि जिस अमित गुर्जर के साथ वो पिछले पांच सालों से रह रही है, वो असल में शमशाद अली है और इतना ही नहीं वो शादीशुदा भी है और तीन बच्चों का बाप भी. उसकी पत्नी अफसाना उर्फ आयशा बच्चों के साथ बिहार में रहती है.

इस तरह के फरेब का ये कोई पहला मामला नहीं है अकेले उत्तर प्रदेश में ही पिछले २ साल में ऐसे २ दर्जन से ज्यादा केस सामने आये हैं.

ऐसे ही दोराला के शाकिब ने अमन बनकर लुधियाना की 22 साल की एकता से शादी की थी. लेकिन जब असलियत सामने आई तो उसने एकता की बेरहमी से हत्या कर दी थी 

अगर आप नीचे लिंक पर जायेंगे तो आपको एकता के साथ हुए फरेब की दास्ताँ मिल जायेगी.

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आगे की कहानी ये है कि प्रिया को जब ये पता चला कि उसके साथ इतना बड़ा फरेब हुआ है तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गयी. उससे ये बर्दाश्त नहीं हुआ और वो थाने पहुच गयी. वहां उसने शमशाद के खिलाफ शिकायत की लेकिन शमशाद ने गलती मानी और पुलिस वालों ने दोनों को समझा बुझाकर बापस भेज दिया.

पोल खुलने के बाद शमशाद ने प्रिया के काशीराम कालोनी स्थित मकान को बेच दिया. इसके बाद वो प्रिया और कशिश को लेकर परतापुर के भूडबराल नई बस्ती में आकर रहने लगा.

मकान बेंचने के एक महीने बाद लोक डाउन के शुरुआती समय में २८ मार्च को अचानक प्रिया और कशिश दोनों माँ बेटी गायब हो गयी.

दरअसल प्रिया और उसकी दोस्त चंचल के बीच रोजाना फोन पर बात होती थी और प्रिया चंचल को एक-एक बात बताती थी. लेकिन जब 29 मार्च से चंचल को प्रिया की कोई खबर नहीं मिली तो उसने अपनी सहेली की तलाश शुरू कर दी. चंचल ने कई बार प्रिया के मोबाइल पर कॉल की, लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद चंचल ने शमशाद के मोबाइल पर भी कॉल की. शमशाद ने प्रिया के बारे में ठीक से कुछ नहीं बताया.

इसके बाद चंचल ने परतापुर थाने पहुँच कर आरोप लगाया कि उसकी दोस्त प्रिया को शमशाद ने अमित गुर्जर बनकर लव जिहाद में फंसाया था. उस पर धर्म बदलने और नमाज पढ़ने का दबाव बना रहा था. अब न तो प्रिया और उसकी बेटी कशिश की कोई खबर मिल रही है और न ही उसका फ़ोन लग रहा है.

परतापुर थाना इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह और एसआई वीर सिंह ने जांच शुरू की. लेकिन आरोप लगे कि दोनों ने एक लाख रुपये लेकर तीन महीने तक कोई कार्यवाही नहीं की, और शमशाद को क्लीन चिट दे दी.

शमशाद को बचाने के लिए पुलिस कर्मियों ने चंचल को ही दोषी बनाने तक की कोशिश की.

जिसके बाद चंचल इसकी शिकायत लेकर एसएसपी अजय साहनी के पास पहुंची तो उनके निर्देश पर इस केस की जांच इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्रा को सौंपी गयी. २१ जुलाई मंगलवार सुबह इंस्पेक्टर ने शमशाद को थाने बुलाकर सख्ती से पूछताछ की तो जो खुलासा हुआ वो हैरान कर देने वाला है.

शमशाद ने कबूल किया कि भेद खुलने पर उसने अपने साले दिलशाद के साथ मिलकर प्रिया और उसकी बेटी कशिश की गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उनके शव बेडरूम में गड्ढा खोदकर दफना दिए हैं.

जिसके बाद २२ जुलाई के दिन पुलिस ने भूडबराल स्थित शमशाद का मकान बुलडोजर से ढहा दिया और मकान के बेडरूम का फर्श तुड़वाया तो 115 दिनों बाद मां-बेटी के कंकाल बरामद हुए.

शमशाद को जब उसके घर भूडबराल ले जाया जा रहा था तो वो पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया  लेकिन अगले दिन  गुरूवार को उसे पुलिस ने मुठभेड़ में धर दबोचा. उसके दोनों पैरों में गोली लगी.

शमशाद ने दोनों को पूरा प्लान बनाकर मौत के घात उतारा था. हत्या से एक माह पहले ही शमशाद ने उस मकान को बेचा था जो प्रिया के नाम पर था और सारे पैसे हड़प लिए थे.

हत्या का राज कभी न खुले, इसीलिए शमशाद ने दोनों के शवों को अपने बेडरूम में गड्ढा खोदकर दबा दिया था, बदबू न आए इसलिए नमक भरने के बाद वहां टाइल्स भी लगवा दी थी.

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