सूरत का वोतड़ीपार बदमाश जो असल जिंदगी में तो विलन था लेकिन फिल्मो में हीरो बनना चाहता था टीवी पर कई सीरियल्स में सपोर्टिंग रोल करने वाला वासिम बिल्ला एक फिल्म में भी नजर आ चुका था इसी वजह से उसकी बॉलीवुड के कई सितारों के साथ जान पहचान थी !
वसीम बिल्ला सूरत का नामचीन बदमाश था. और बॉडीबिल्डिंग का शौकीन था. वसीम बिल्ला पर सूरत में कई मामले दर्ज हैं ! सूरत से तड़ीपार होने के बाद बिल्ला सूरत छोड़ नवसारी में रहने आ गया था !
गुजरात के नवसारी में वसीम बिल्ला रोज की तरह 22 जनवरी की रात को 10 बजे जिम से निकलकर घर की ओर जाने के लिए अपनी कार में बैठा ही था कीतभी 3-4 लोग वहां आए और उसे ड्राइविंग सीट पर ही करीब से गोलियां मारकर फरार हो गए !
बॉडी बिल्डिंग का शौक़ीन वसीम बिल्ला छोटे परदे के लिए भी काम करता था इसके अलावा उसने एक फिल्म में भी काम भी किया था। सलमान खान, टाइगर श्राफ जेकलीन समेत कई स्टार्स के साथ उसकी तस्वीरें हैं।
सूरत झांपा बाजार में रहने वाला वसीम मिर्जा उर्फ वसीम बिल्ला सूरत के कुख्यात नासिर सूरती और उसके भाई की गैंग में शामिल होने के बाद फिरौती वसूलने का काम करता था।
वसीम के खिलाफ यह आरोप था कि उसने वराछा में जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। बोहरा समाज के एक नेता ने उस पर फिरौती देने की धमकी का भी आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई थी।
कई छोटे-बड़े अपराध करने वाले वसीम के खिलाफ सूरत के महिधरपुरा, अठवाऔर अन्य थानों में कई मामले दर्ज थे. जिसके कारण उसे सूरत से तड़ीपार किया गया था।
सूरत से तड़ीपार होने के बाद वसीम अपने पिता के साथ नवसारी में रिंग रोड स्थित अपार्टमेंट में रहा था !
22 जनवरी की रात को 10 बजे वह जिम से निकलकर अपनी कार में बैठा ही था की तभी चार बदमाशों ने उसेताबड़तोड़ गोलियां मारी और भाग गए
वसीम बिल्ला को पाँचगोलिया लगी और उसकी मौत हो गयी इस वारदात का एक cctv फुटेज भी सामने आया था जिसमे चार लोग अलग अलग दिशाओं में भागते नज़र आ रहे थे cctv की तस्वीरें धुंधली थीं इसलिए हत्यारों की पहचान कर पाना मुश्किल था !
इस हत्याकांड की जांच के लिए नवसारी लॉकल क्राइम ब्रांच को मिला कर चार अलग अलग टीमें बनाई गई थी। जिन्होंने ६० से अधिक लोगों से पूछताछ की।
पुलिस की जांच में सामने आया कि वसीम बिल्ला का झांपा बाजार निवासी बद्री लेसवाला से विवाद हुआ था। जिसमे वसीम ने अपने 6 – 7 साथियों के साथ बद्री लेस्वाला पर हमला कर दिया था !
इसी कड़ी में पुलिसबद्री लेसवाला के फॉर्म हाउस पहुंची। जहां फॉर्म हाउस को संभालने वाले मुस्तान उर्फ अली हुसैन के भी वसीम बिल्ला हत्याकांड में शामिल होने की भनक लगी। जिसके बाद पुलिस ने उसकी हर एक्टिविटी पर नजर रखी।
शक यकीन में बदलने पर पुलिस ने उसे गलियाकोट से ही गिरफ्तार कर लिया।
मुस्तान से पूछताछ में सामने आया किबिल्ला की धमकियों से तंग आकर
उसको खत्म करने के लिए कुतुबुद्दीन और शाकिब को 10 लाख रुपए की सुपारीदी गई थी।
दरअसल वसीमबिल्ला के साथबिल्डर बदरी लेसवाला का झगड़ा होने के बाद बिल्ला को सूरत से तड़ीपार कर दिया गया था। तब सेवसीम लगातार बदरी को जान से मारने की धमकिया दे रहा था।
जिसकी वजह से बदरी परेशान रहता था उसने अपनी परेशानी मुस्तानको बताई । मस्तान ने बिल्ला को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने के लिए बांसवाड़ाराजस्थान में रहने वाले अपने परिचित कुतुबुद्दीन और उत्तरप्रदेश के साकिब को दस लाख रुपए में हत्या की सुपारी दी। उन्हें हत्या के लिए दो लाख रुपए एडवांस भी दिए थे।
फिरोती का सौदा तय होने के बाद दोनों शूटरों को सूरत बुला लिया गया। दाउद नगर में किराए के एक फ्लैट में उनके ठहरने की व्यवस्था भी की थी।
यहां रहने के बाद आरोपियों ने वसीम बिल्ला के सूरत और नवसारी स्थित मकानों के साथ उसके आने जाने के ठिकानों पर नज़र रखी । २२ जनवरी की रात जब बिल्ला नवसारी स्थित जिम से निकल कर अपनी कार में बैठा और अपने मोबाइल को देखने में व्यस्त हो गया। तभी दोनों आरोपियों ने ५ राउन्ड फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतार डाला था। और वहां से मोटर साइकिल पर भाग निकले। मोटरसाइकिल उन्होंने वेडछा गांव के निकट नाले में फेंक दी थी।
उस रात दोनों वेडछा रेलवे स्टेशन के निकट झाडिय़ों में छिपे रहे। सुबह मुंबई की और जाने वाली ट्रेन में सवार हो गए और वापी में उतर गए। वहां से फिर मुंबई, अहमदाबाद, अजमेर और गलियाकोट में छिप कर रहे।
बिल्ला की हत्या के आरोप में मुस्तानडोडिया उर्फ मामा, बांसवाड़ा मुस्लिम कॉलोनी निवासी कुतुबुद्दीनवौरा व उत्तरप्रदेश के साकिब अली रंगरेज को गिरफ्तार किया गया ।