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पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. प्रतीकात्मक तस्वीर
जो कभी दोस्त हुआ करते थे वह जुए की लत और चंद रुपयों की लालच में दुश्मन बन गए. रुपया नहीं मिला तो दोस्तों ने मिलकर अपने साथी को मौत के घाट उतार दिया.
मिली जानकारी के मुताबिक 6 माह पूर्व एक चश्मदीद मोहम्मद गौस ने जुबेर की मां को जानकारी दी तो मां ने पुलिस से एक बार फिर गुहार लगाई. पुलिस हरकत में आई पुलिस ने मुख्य आरोपित रशीद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया अभी एक और आरोपी बबुआ लोडर समेत अन्य की तलाश जारी है.
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पुलिस पर लापरवाही का आरोपकुली बाजार के कोरियाना मोहल्ला निवासी बशीर अहमद का बेटा जुबेर 13 अगस्त 2018 की रात रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया था. इसके बाद 15 अगस्त को मां नसीम बेगम ने अनवरगज थाने में गुमशुदगी लिखाई थी. उधर 15 अगस्त की सुबह माल गोदाम में युवक का शव मिलने पर पुलिस पहुंची. बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम में रिपोर्ट में हत्या उजागर होने पर भी ना मुकदमा लिखा गया और ना ही शिनाख्त कराने की पुलिस ने कोई कोशिश की. इसके बाद लावारिस शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
..तो फिर शुरू हुई जांच
मिली जानकारी के मुताबिक इसी वर्ष जनवरी में अनवरगंज पुलिस ने कोरियाना मोहल्ले के बशर डिप्टी पड़ाव के अफरोज व तलवा मंडी के नया स्थान को गांजा बिक्री में जेल भेजा. तब चश्मदीद मोहम्मद गौस ने मृतक की मां नसीम बैग को जुबेर का हत्या होने की जानकारी दी. जुआ खेलने के दौरान डिप्टी पढ़ाओ निवासी रशीद के बबुआ लोडर बशर अफरोज व न्यास ने मिलकर जुबेर को मारा था. एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि मृतक के साथी मोहम्मद गौस के बयान के आधार पर और कपड़ों की पहचान डीएनए की रिपोर्ट में सामने आया कि माल गोदाम में मिला हुआ शव जुबेर का था. एसएसपी दिनेश पी के अनुसार जुबेर की हत्या का मुख्य आरोपी सलाखों के पीछे है और उसके साथी बबुआ लोडर की तलाश भी जारी है. पुलिस की दो टीमों को लगाया गया है. जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि आखिर 22 महीने तक चश्मदीद गवाह मोहम्मद गौस ने पुलिस से क्यों छुपाया.
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