विकास दुबे के बाद अब पुलिस के निशाने पर गोरखपुर के माफिया, बनी टॉप 10 क्रिमिनल की लिस्ट | gorakhpur – News in Hindi

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विकास दुबे के बाद अब पुलिस के निशाने पर गोरखपुर के माफिया, बनी टॉप 10 क्रिमिनल की लिस्ट

गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस अब दूसरे अपराधियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है. फाइल फोटो.

कानपुर (Kanpur) के चर्चित विकास दुबे कांड (Vikas Dubey Case) के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditya Nath) ने प्रदेश भर के बदमाशों पर शिकंजा कसने के कड़े निर्देश दिए हैं.

गोरखपुर. कानपुर (Kanpur) के चर्चित विकास दुबे कांड (Vikas Dubey Case) के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditya Nath) ने प्रदेश भर के बदमाशों पर शिकंजा कसने के कड़े निर्देश दिए हैं. इसी कड़ी में सीएम सिटी गोरखपुर की पुलिस भी सक्रिय बदमाशों पर नकेल कसने की कवायद में जुट गयी है. एसएसपी के निर्देश पर जिले स्तर पर टॉप टेन बदमाशों की सूची बनायी गयी है. साथ ही थानेवार, सर्किल, जिला, रेंज और जोन स्तर पर सक्रिय बदमाशों को भी चिह्नित किया गया है. सूची में शामिल बदमाशों पर पुलिस विशेष नजर रखेगी. साथ ही उनके मैन पॉवर, गन पॉवर और आर्थिक स्रोत्र की जानकारी जुटाकर कार्रवाई का खाका तैयार करेगी.

हालांकि पूर्व में सक्रिय कई ऐसे अपराधी भी रहे हैं, जिनका नाम पुलिस के रिकार्ड में दर्ज नहीं है. गोरखपुर पुलिस ने कानपुर की घटना से सबक लेते हुए जिले के विकास दुबे टाईप टॉप टेन अपराधियों के साथ ही टॉप 100 बदमाशों की भी सूची बनायी है. गौरतलब है कि इनमें झगहां थाने का कुख्यात बदमाश एक लाख का इनामी राघवेन्द्र यादव नंबर एक पर है. कुख्यात राघवेन्द्र यादव दो डबल मर्डर की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद से पिछले कई सालों से फरार है. ऐसे में राघवेन्द्र की गिरफ्तारी पुलिस की लिए बड़ी चुनौती है.

ये माफिया बना सिरदर्द
गोरखपुर के गुलरिहा थाने का हिस्ट्रीशीटर माफिया राकेश यादव भी पुलिस के लिए सिरदर्द बना है. प्रॉपर्टी कारोबारी छोटू प्रजापति की हत्या की साजिश रचने के आरोप में फरार राकेश यादव पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है. जिसके बाद से राकेश पुलिस की गिरफ्तारी से बच रहा है। दिलचस्प है कि सबसे ज्यादा 53 मुकदमें टॉप टेन में चिन्ह्रित बदमाश प्रदीप सिंह पर दर्ज है. वहीं टॉप टेन की लिस्ट में ब्लाक प्रमुख सुधीर सिंह, माफिया विनोद उपाध्याय, माफिया अजीत शाही, कुख्यात बदमाश सुभाष शर्मा, शातिर लुटेरा राधेश्याम यादव, सत्यव्रत राय और शैलेन्द्र प्रताप सिंह का नाम प्रमुख तौर पर शामिल हैं. हालांकि मौजूद हालात में इनमें फरार राघवेन्द्र यादव और राकेश यादव की पुलिस को सरगर्मी से तलाश है. जबकि बाकी के बदमाश मौजूद सरकार की हनक की वजह से खुलेआम अपराध करने से बचते नजर आ रहे हैं.शिकंजा कसने की कवायद शुरू

गोरखपुर जिले के एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता का कहना है कि कानपुर की घटना के मद्देनजर अपराधियों की सूची बनाकर उन पर शिकंजा कसने की कवायद शुरू की गयी है. पिछले एक हफ्ते के दरमियान बदमाश बीएन सिंह को गिरफ्तार करने के साथ ही कैंट और शाहपुर थाने से चार वांछित गैंगस्टर को गिरफ्तार किया गया है. जबकि शाहपुर, झंगहा और गोरखनाथ पुलिस के पांच वांछित गैंगस्टर ने पुलिस के खौफ से कोर्ट में सरेंडर किया है. एसएसपी का कहना है की सूचीबद्ध बदमाशों की निगरानी करने के साथ ही उनकी वतर्मान कुंडली खंगाली जा रही है. एसएसपी का कहना है कि जल्द ही आप को चिन्हित अपराधियों पर बड़ी कार्रवाई का जायेगी.

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