“मैंने बहुत बड़ा कांड कर दिया” इंदौर की सच्ची कहानी

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मैंने बहुत बड़ा कांड कर दिया

“मैंने बहुत बड़ा कांड कर दिया”

एक छोटी सी विडियो क्लिप वायरल हुई थी, आपने भी देखी होगी. ये मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की है. आपने देखा होगा कि पुलिस एक आरोपी युवक को लेकर जा रही थी तभी अचानक से एक महिला वहां आई और उसने इस युवक को तमाचा जड़ दिया. वो महिला बहुत गुस्से में थी और जब आपको ये पता चलेगा कि इस युवक ने कितना बड़ा गुनाह किया है तो आपको भी गुस्सा आएगा.

जिस आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उसका नाम है संजय उर्फ शुभम देवेंद्र दीक्षित और जब इसने टीवी पर अपने ही कारनामे की खबर देखी तो खुद हैरान हो गया और बोला  “मैंने बहुत बड़ा कांड कर दिया”

संजय उर्फ़ शुभम दीक्षित ने जो बहुत बड़ा कांड किया है उसमे सात लोगों की जान चली गयी और करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए.

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पूरा मामला क्या है ?

ये घटना है इंदौर के विजय नगर इलाके में स्वर्णबाग़ कॉलोनी की.

गुरूवार 5 मई की देर रात यहाँ एक तीन मंजिला इमारत में आग लगा गयी, थोड़ी ही देर में आग पूरी बिल्डिंग में फैल गयी. बिल्डिंग के मुख्य दरवाजे से लेकर सीडियों तक हर तरफ आग ही आग थी.

आग की लपटों से घिरे लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों की तरफ भागे, लेकिन पार्किंग में जल रहे दोपहिया और चारपहिया वाहनों के कारण बाहर नहीं जा पाए. जलती हुई बिल्डिंग में इधर से उधर भागते भागते 7 लोगों की जान चली गयी. कुछ ने आग से झुलसकर दम तोड़ा तो कुछ की जान दम घुटने से चली गयी.

दो युवकों ने आग से बचने के लिए दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी और कुछ ने बालकनी में जाकर जान बचाई.

7 लोगों मारे गए और 9 लोग घायल हुए  फायर ब्रिगेड आई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.

पुलिस को लग रहा था कि इमारत में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी होगी, लेकिन जब आस-पास के घरों के सीसीटीवी फुटेज सामने आये तो पता चला कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण नहीं लगी थी बल्कि लगाई गयी थी.

एक युवक गुरूवार रात 2 बजकर 54 मिनट पर बिल्डिंग में पहुंचा और अपनी बाइक से बोतल में पेट्रोल निकाला तीन बजकर एक मिनट पर उसने पार्किंग में खड़े एक स्कूटर में आग लगाई और चला गया. कुछ देर बाद वह बापस आया और सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया पर डीवीआर नहीं ले जा पाया.

आरोप है कि पार्किंग में खड़े स्कूटर में 27 साल के शुभम दीक्षित ने ही आग लगाई थी, इसके बाद दुसरे वाहनों ने आग पकड़ी और फिर पूरी इमारत तक आग फैलती चली गयी.

लेकिन सवाल ये है कि संजय उर्फ शुभम देवेंद्र दीक्षित ने आग लगाई क्यूँ ?

कहानी ये है कि संजय उर्फ शुभम देवेंद्र दीक्षित झाँसी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है इंजीनियरिंग की पढाई के बाद एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रहा हैरहने वाली एक लडकी से हो गयी वह पहले कपड़े के शोरूम में काम करती थी।

छह महीने पहले तक वह इसी इमारत में किरायेपर रहता था, लॉकडाउन के समय में यहाँ उसकी दोस्ती इसी बिल्डिंग में रहने वाली एक लडकी से हो गयी वह पहले कपड़े के शोरूम में काम करती थी.

दोनों के बीच सब कुछ ठीक चल रहा था,  घूमना-फिरना, खाना-पीना, मौज-मस्ती.

फिर छह महीने पहले एक दिन दोनों के बीच अनबन हो गयी जिसके बाद संजय ने स्वर्ण बाग़ कालोनी वाला घर छोड़कर निरंजन पुर में मकान किराये पर ले लिया.

दोनों का रिश्ता ख़त्म हो गया था लेकिन हिसाब बाकी था. हिसाब उन 10000 रुपयों का था जो संजय ने उस लडकी पर खर्च किये थे उसे ये पैसे बापस चाहिए थे और वो लगातार उस लड़की से उन पैसो की मांग कर रहा था.

इसी दौरान लडकी का रिश्ता चंदन नगर में रहने वाले दुसरे युवक से तय हो गया.

पिछले तीन दिनों से संजय पैसों को लेकर लडकी से झगडा कर रहा था. शुक्रवार सुबह भी दोनों की कहासुनी हुई और संजय ने उस पर खर्च किए पैसे बापस मांगे, लडकी ने मना किया तो संजय पैसों के बदले उसकी गाड़ी मांगने लगा,

युवती ने इन्कार कर दिया तो उसने बदला लेने की धमकी दी और चला गया.

इसके बाद रात को तीन बजे बापस आया और स्कूटर में आग लगा कर निरंजन पुर अपने घर चला गया. स्कूटर के साथ पार्किंग में खड़े 14 वाहन जल कर खाक हो गए.

देखते ही देखते आग ने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया और दो महिलाओं समेत कुल 7 सात बेक़सूर लोगों की जान चली गयी.

जब ये लगी तब वो युवती भी उसी इमारत में थी लेकिन लोगों ने रस्सी की मदद से उसे सुरक्षित निकाल लिया. 

“मैंने बहुत बड़ा कांड कर दिया” – इंदौर अग्निकांड

एक अखबार में संजय का बयान छपा है…

मैं उस लड़की से बहुत परेशान हो गया था सारे रिश्ते खत्म करना चाहता था. लेकिन वह मुझे छोड़ती ही नहीं थी. वह बार बार पैसे मांगती थी, कभी ये दिला दो, कभी वो दिला दो. उसने मुझसे खूब खर्चा करवाया और बाद में पता चला वह तो दूसरों से भी ऐसा करती है. उसने मेरे साथ बहुत गलत किया.

मैं तो उसकी गाड़ी की सीट जलाने गया था, लेकिन वहां खड़ी सारी गाड़ियों में आग लग गई.

आग लगने के बाद लड़की ने खुद काल करके बताया था कि किसी ने मल्टी में आग लगा दी है.

दिन में दोस्त ने बताया की टीवी पर न्यूज आ रही है, मैंने कहा बहुत बड़ा कांड कर दिया मैंने.

पुलिस ने संजय को निरंजनपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है. उसने पुलिस से बच कर भागने की कोशिश की और इस कोशिश में उसके हाथ पैर टूट गए. 

क्या इस अपराध को रोका जा सकता था आप क्या सोचते हैं कमेंट करके जरूर बताइयेगा.

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