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फरीदाबाद अपराध जांच शाखा की संयुक्त टीमों ने जसाना गांव की कॉलोनी में मंगलवार दिनदहाड़े हुए युवा दंपति (सुखबीर और मोनिका) हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। हत्या मृतका के भाई के साले ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर की थी।
पुलिस ने दोहरे हत्याकांड को सुलझाते हुए मृतका की भाभी के भाई समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या की यह साजिश रक्षाबंधन के दिन रची गई थी। इसे लेकर मेरठ में रहने वाले साथियों ने हथियार भी खरीद लिए थे। तीन दिन रिमांड के दौरान अब पुलिस यह पता लगाएगी कि ये हथियार कब, कहां और कितने में खरीदे।
ब्लैकमेलिंग से जुड़ा है मामला
एसीपी क्राइम अनिल यादव ने बताया कि पूछताछ के दौरान मृतका मोनिका की भाभी के भाई विष्णु ने बताया कि उसकी बहन के कुछ आपत्तिजनक फोटोग्राफ सुखबीर के पास थे। रक्षाबंधन के दिन उसकी बहन ने उसे बताया था कि सुखबीर आपत्तिजनक फोटो को लेकर उसे ब्लैकमेल करता है। इसके चलते विष्णु ने रक्षाबंधन के दिन ही मेरठ में रहने वाले अपने तीन साथियों के साथ मिलकर मोनिका व सुखबीर की हत्या करने की साजिश रच डाली। गिरफ्तार अभियुक्तों में वजीराबाद दिल्ली निवासी 25 वर्षीय विष्णु, परीक्षित गढ़ मेरठ यूपी निवासी 22 सोनू, यतिन उर्फ छोटे व कुलदीप कुमार कैलाश सिंह शामिल हैं।
पुलिस को फुटेज के आधार पर कामयाबी मिली
पुलिस प्रवक्ता एवं एसीपी धारणा यादव ने बताया कि 11 अगस्त मंगलवार दोपहर बाइक सवार चार बदमाशों ने जसाना के समीप बनी कॉलोनी के एक घर में घुसकर मूलरूप से फतेहपुर चंदीला 27 वर्षीय सुखबीर और मोनिका की गोली और चोट मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच को जिम्मा सौंपा। सीआईए सेक्टर-30 विमल कुमार व सेक्टर-85 सीआईए प्रभारी सुमेर सिंह, डीएलएफ प्रभारी सुरेंद्र व एनआईटी क्राइम ब्रांच प्रभारी के आधार पर कामयाबी मिली। क्राइम ब्रांच सेक्टर-85 ने बाइपास रोड सेक्टर-29 से गुरुवार को आरोपी विष्णु को गिरफ्तार किया था, जिसकी निशानदेही पर बाकी तीनों आरोपी सोनू, यतिन उर्फ छोटू व कुलदीप को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार किया। आरोपी विष्णु मृतका मोनिका की भाभी का सगा भाई है। चारों अभियुक्तों को अदालत में पेश किया, जहां से तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
रक्षाबंधन के दिन बनाई थी हत्या की योजना
पुलिस की छानबीन में पता चला है कि आरोपी विष्णु शराब के धंधे से जुड़ा रहता था। इसके चलते उसकी दोस्ती मेरठ में रहने वाले इन युवकों से हुई। बताया जाता है कि रक्षाबंधन के दिन उसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस जघन्य हत्याकांड की साजिश रच दी। रिमांड के दौरान पुलिस इनसे पूछताछ में अब यह पता लगाएगी कि उन्होंने ये हथियार कब और कहां से खरीदे थे।
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