लव जिहाद में मारी गई एकता, शाकिब बन गया अमन. Ekta Killed in Love Jihad, Shakib Poses As Hindu Boy Aman.

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(Love Jihad) लव जिहाद में मारी गई एकता, शाकिब बन गया अमन.

उत्तर प्रदेश मेरठ के लोइया गांव का एक लड़का शाकिब चार साल पहले लुधियाना गया  और वहां जाकर दिलशाद के पास काम करने लगा दिलशाद के पास रहकर काम करते हुए उसकी मुलाकात लुधियाना के ही अंकुजा आनंद नगर में रहने वाली एकता से हुई । शाकिब ने एकता को अपना नाम अमन बताया इसके बाद वो अपने हाथ में कलावा भी बांधने लगा.

एकता उस समय बीकॉम की पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम नौकरी भी कर रही थी । ऐसे ही नौकरी करते हुए एक दिन उसकी मुलाक़ात शाकिब से हुई । जब शाकिब एकता से मिला तो उसने अपना नाम अमन बताया. अमन बनकर उसने एकता से दोस्ती की और उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया.

कुछ समय बाद दिलशाद से मनमुटाव होने के बाद शाकिब करनाल चला गया. वहां उसने खुद की दुकान खोल ली.  उसने  एकता को भी अपने पास करनाल आने को कहा तो वो मना नहीं कर पाई.

एकता को अमन पर पूरा विश्वास था उसे बिलकुल भी पता नहीं था कि जिसे वो अमन समझ रही है वो असल में शाकिब है, उसने तो अपने एक हाथ पर एकता और दूसरे हाथ पर अमन नाम का टेटू भो बनवा लिया था.

उसने अपने घरवालों से कहा कि उसे करनाल में नौकरी मिली है और इसी बहाने से वो अमन के पास चली गयी. करीब तीन माह तक एकता उसके साथ करनाल में ही रही. उसके बाद दोनो ने शादी का फैसला किया अमन जो कि असल में शाकिब था उसने एकता से कहा की शादी के बाद साथ रहने के लिए पैसों की जरूरत पड़ेगी तुम अपने मम्मी पापा के घर जाओ और जो भी कैश या ज्वेलरी हो वो ले आओ.

एकता इस समय तक भी ये नहीं समझ पाई कि वो शाकिब के बनाये जाल लव जिहाद (Love JIhad) में फंसने जा रही है.   

 

वो लुधियाना अपने घर आयी और वहां से 15 लाख रूपए के सोने के गहने लेकर अपने अमन उर्फ़ शाकिब के पास आ गयी. एकता ज्वेलरी लेकर आई तो शकिब उसे शादी का झांसा देकर अपने गांव लोइया ले आया ।

वो साल २०१९ की चाँद रात थी ईद के पहले वाली रात जब अमन एकता को लेकर अपने घर पहुंचा.

यहाँ पहुंचने के बाद तो एकता पर जैसे पहाड़ टूट पड़ा. उसे पता चल गया कि उसके साथ धोखा हुआ है जिसे वो अभी तक अमन समझ रही थी वो तो असल में शाकिब निकला यहाँ वो अपने परिवार को छोड़कर अमन से शादी करके जिन्दगी भर साथ रहने के लिए आई थी, लेकिन अब शाकिब से उसका निकाह होने वाला था. वो अमन की हकीकत जान चुकी थी  लेकिन जब तक सच उसके सामने आया तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

उसका गुस्सा फूट पड़ा उसने शाकिब के साथ रहने से साफ़ इनकार कर दिया.

शाकिब को ये बात बिलकुल भी अच्छी नहीं लगी इसलिए नहीं कि उसे एकता के साथ जिन्दगी बितानी थी बल्कि इसलिए कि अगर एकता गयी तो वो सारी ज्वेलरी भी अपने साथ ले जायेगी औ र ये उसे गवारा नहीं था.

शाकिब ने अपने परिवार वालों की सहमति से कोल्ड ड्रिंक में नशीली गोली मिलाकर एकता को पिला दी. जब एकता बेहोश हो गयी तो शाकिब का पूरा परिवार जिसमे पिता मुस्तकीम, भाई मुसर्रत और भाभियां रेशमा और इस्मत, बेहोश एकता को लेकर लोहिया गाँव के जंगल में गए.

इस काम में शाकिब ने अपने दोस्त अयान को भी साथ मिला लिया था.

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यहाँ इन सब ने मिलकर एकता का सर धड से अलग कर दिया उसके दोनों हाथ भी काट कर धड से अलग कर दिए क्यों कि उसके हाथ में अमन के नाम का टैटू था. इन लोगों ने धड़ को गन्ने के खेत में गड्डा खोदकर दबा दिया. एकता के हाथ और सिर को गांव के तालाब में फेंक दिया. और अपने घर आ गए.

इसके बाद शाकिब बापस करनाल जाकर काम करने लगा.

13 जून 2019 को लोहिया गांव में ईश्वर पंडित ने अपने पास वाले खेत में एक कुत्ते को देखा जो मुंह में इंसान का एक हाथ दबाये भाग रहा था. उन्होंने पुलिस को खबर दी. पुलिस ने जब गन्ने का खेत खुदवाया तो वहां से लडकी की लाश मिली. जिसका सिर और हाथ गायब थे.

लड़की की पहचान करवा पाना पुलिस के लिए आसान नहीं था, लाख कोशिशों के बाद भी जब लाश के पहचान नहीं हुई तब पुलिस की एक टीम को ये पता करने के लिए काम पर लगाया गया कि इस गाँव के कौन-कौन से लड़के बाहर काम करते हैं, वे जहाँ-जहाँ काम करते हैं वहां-वहां के थानों में मिसिंग केस खंगाले गए.

आखिरकार एक साल की मेहनत के बाद पुलिस को सफलता मिली. पुलिस पंजाब के लुधियाना में संजीव कुमार के घर पहुँच गयी.जिनकी २३ साल की बेटी एकता पिछले एक साल से लापता थी.


२ जून को पुलिस ने शाकिब, उसके दोस्त अयान पिता भाई और भाभियों को गिरफ्तार कर लिया.

एसएसपी अजय साहनी ने प्रेस कांफ्रेंस करके सारा खुलासा किया. जब एकता की माँ सीमा ने बेटी के कातिल को अपनी आँखों के सामने देखा तो उसका गुस्सा ऐसे फूट पड़ा.

 

प्रेस कांफ्रेंस के बाद दौराला थाने ले जाते समय शाकिब एक पुलिस वाले की पिस्टल छीन कर फायरिंग करते हुए भाग गया. पुलिस ने पीछा किया तो उसने गोली चला दी जिसमे एक पुलिसवाला घायल  भी हुआ जिसकी वजह से मुठभेड़ हुई और शाकिब को चार गोलिया लगी. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

उसकी दोनों भाभियां रेशमा और इस्मत जेल में है मुसर्रत, अयान और मुस्तकीम अस्थाई जेल में हैं, उन्हें क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद जेल भेजा जाएगा.

दौराला पुलिस अब शाकिब की हिस्ट्री खंगाल रही है. माना जा रहा है कि वह पहले भी धर्म बदलकर दूसरी लड़कियों को फंसा चुका है.

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